हिंदू युवा वाहिनी मिडिया प्रभारी सकलडीहा
हिंदुत्व तो एक उत्तम जिवन जिने की कला है, हिंदुत्व से बडा कोइ धर्म जाति मजहब नही होता है, हिंदु की पहचान लेकर हम चलते है, कौन कहता है कि हम डरते है, डरते तो वो है जो ताबूतो और मिट्टीयो मे सडते है, हम तो मरने के बाद भी आग से लडते है, कोइ क्या जला पायेगा मेरे अरमानो को........कट्टर हिंदु हू, सिने मे जलता हुआ शमशान रखता हू। वास्तव में तुम "हिन्दू" तभी कहलाओगे जब "हिन्दू" शब्द सुनकर तुम्हारी रगो में "विद्युत तरंग" दौड़ जाए। ना कोई भ्रम है, ना ही शक है। अयोध्या पर सिर्फ, श्री राम का हक है।। भरा नहीं जो भावों से, है जिसमें रस धार नहीं, हृदय नहीं वो पत्थर है, जिसे हिन्दुत्व से प्यार नहीं...!!