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हर घर भगवा छायेगा रामराज फिर आयेगा, एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम जय श्री राम

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हर घर भगवा छायेगा रामराज फिर आयेगा, एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम जय श्री राम

राहुल गुप्ता "योगी सेवक"

हिंदू युवा वाहिनी मिडिया प्रभारी सकलडीहा

हिंदुत्व तो एक उत्तम जिवन जिने की कला है, हिंदुत्व से बडा कोइ धर्म जाति मजहब नही होता है, हिंदु की पहचान लेकर हम चलते है, कौन कहता है कि हम डरते है, डरते तो वो है जो ताबूतो और मिट्टीयो मे सडते है, हम तो मरने के बाद भी आग से लडते है, कोइ क्या जला पायेगा मेरे अरमानो को........कट्टर हिंदु हू, सिने मे जलता हुआ शमशान रखता हू। वास्तव में तुम "हिन्दू" तभी कहलाओगे जब "हिन्दू" शब्द सुनकर तुम्हारी रगो में "विद्युत तरंग" दौड़ जाए। ना कोई भ्रम है, ना ही शक है। अयोध्या पर सिर्फ, श्री राम का हक है।। भरा नहीं जो भावों से, है जिसमें रस धार नहीं, हृदय नहीं वो पत्थर है, जिसे हिन्दुत्व से प्यार नहीं...!!

महंत योगी आदित्यनाथ जी महाराज

गोरक्षपीठाधीश्वर गोरखपुर, मुख्यमंत्री उ0प्र0

जब सम्पूर्ण पूर्वी उत्तर प्रदेश जेहाद, धर्मान्तरण, नक्सली व माओवादी हिंसा, भ्रष्टाचार तथा अपराध की अराजकता में जकड़ा था उसी समय नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध मठ श्री गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर के पावन परिसर में शिव गोरक्ष महायोगी गोरखनाथ जी के अनुग्रह स्वरूप माघ शुक्ल 5 संवत् 2050 तदनुसार 15 फरवरी सन् 1994 की शुभ तिथि पर गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपने उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ जी का दीक्षाभिषेक सम्पन्न किया।
योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। आपने विज्ञान वर्ग से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की तथा छात्र जीवन में विभिन्न राष्ट्रवादी आन्दोलनों से जुड़े रहे।

रामदयाल यादव "रिंकु"

हिंदू युवा वाहिनी जिलाध्यक्ष चंदौली

हिंदुत्व तो एक उत्तम जिवन जिने की कला है, हिंदुत्व से बडा कोइ धर्म जाति मजहब नही होता है, हिंदु की पहचान लेकर हम चलते है, कौन कहता है कि हम डरते है, डरते तो वो है जो ताबूतो और मिट्टीयो मे सडते है, हम तो मरने के बाद भी आग से लडते है, कोइ क्या जला पायेगा मेरे अरमानो को........कट्टर हिंदु हू, सिने मे जलता हुआ शमशान रखता हू।